ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी बाज नहीं आया पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय का हो रहा रेनेवोशन
? 1. पाकिस्तान नहीं सुधरा: LeT मुख्यालय का पुनर्निर्माण शुरू
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना द्वारा तबाह किए गए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मुख्यालय को पाकिस्तान दोबारा खड़ा कर रहा है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाक सरकार और सेना ने करोड़ों रुपये की फंडिंग देकर मरकज तैयबा के पुनर्निर्माण की योजना तैयार की है।
? 2. पहलगाम हमले के बाद भारत की कड़ी कार्रवाई
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद, भारत ने कड़ा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। भारतीय वायुसेना ने मुरीदके (पंजाब, पाकिस्तान) में स्थित LeT मुख्यालय को निशाना बनाते हुए 70% हिस्से को मलबे में बदल दिया था।
? 3. आतंक के गढ़ का दोबारा निर्माण: पाकिस्तान की फंडिंग
नई खुफिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि पाकिस्तान सरकार ने LeT को 4 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की प्रारंभिक फंडिंग दी है। कुल अनुमानित खर्च 15 करोड़ रुपये तक जा सकता है। हैरानी की बात यह है कि यह फंडिंग बाढ़ राहत कोष से diverted की गई है।
? 4. आतंकी गतिविधियों की वापसी का केंद्र बनेगा नया HQ
मरकज तैयबा का नया मुख्यालय पहले से भी ज्यादा खतरनाक होगा। यहां उम्म-उल-कुरा ट्रेनिंग सेंटर, हथियार भंडारण और ब्रेनवॉशिंग जैसे कामों के लिए अलग-अलग सेक्शन बनाए जा रहे हैं। इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी LeT कमांडर मौलाना अबु जर और यूनुस शाह बुखारी कर रहे हैं।
? 5. 5 फरवरी 2026 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
LeT का यह मुख्यालय 5 फरवरी 2026 – कश्मीर एकजुटता दिवस से पहले पूरा करने की योजना है। इस दिन पाकिस्तान परंपरागत रूप से भारत-विरोधी प्रोपेगैंडा चलाता है। इस निर्माण को भारत के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती माना जा रहा है।
? 6. विशेषज्ञों की चेतावनी: पाकिस्तान की दोहरी नीति उजागर
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दोहरी नीति अपना रहा है। भारत को हमेशा सतर्क रहना होगा।” यह पुनर्निर्माण पाकिस्तान की ‘ब्लीड इंडिया’ रणनीति की पुष्टि करता है।
? 7. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का दबाव
भारत ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भी ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई हुई थी, जहां अब पुनर्निर्माण की खबरें आ रही हैं।