चीन से पाकिस्तान को संदेश, पीएम मोदी का बड़ा कदम
चीन से पाकिस्तान को संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की मजबूती और स्पष्ट नीति का संदेश दिया है। इस बार अवसर था चीन की धरती पर आयोजित एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन का, जहां मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सामने पाकिस्तान से जुड़े अहम मुद्दे को उठाया।
चीन से पाकिस्तान को संदेश
मोदी ने साफ कहा कि आतंकवाद केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है। पाकिस्तान लंबे समय से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है, जिसका खामियाजा भारत समेत कई देशों को उठाना पड़ा है। पीएम मोदी ने चीन के सामने यह मुद्दा रखकर न केवल पड़ोसी देश की पोल खोली, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की मजबूत कूटनीतिक स्थिति को भी दर्शाया।
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इस दौरान चीन की प्रतिक्रिया भी काबिलेगौर रही। ड्रैगन यानी चीन ने कहा कि वह आतंकवाद पर बातचीत और सहयोग के लिए तैयार है। चीन ने संकेत दिया कि वह पाकिस्तान पर भी दबाव बनाने को तैयार हो सकता है ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके। हालांकि, यह देखना होगा कि चीन अपने बयानों को कितनी गंभीरता से अमल में लाता है, क्योंकि पाकिस्तान उसका ‘करीबी साझेदार’ माना जाता है।
पीएम मोदी की यह रणनीति भारत की विदेश नीति को एक नया आयाम देती है। चीन जैसे वैश्विक शक्ति के सामने पाकिस्तान का मुद्दा उठाना एक साहसिक कदम है, जो यह दर्शाता है कि भारत अब किसी भी मंच पर अपने हितों की रक्षा के लिए बेबाकी से आवाज उठा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी की यह पहल आने वाले समय में भारत और चीन के रिश्तों में नए समीकरण पैदा कर सकती है। यदि चीन वास्तव में आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाता है तो यह दक्षिण एशिया में शांति और विकास के नए रास्ते खोल सकता है।
भारत की यह सक्रिय कूटनीति न केवल घरेलू राजनीति बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक मजबूत संदेश देती है कि आतंकवाद पर अब किसी तरह का समझौता नहीं होगा।