तेजस्वी यादव पर विपक्ष का हमला: गालीबाज महिला प्रवक्ताओं पर कार्रवाई की मांग
बिहार की सियासत में एक बार फिर बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। विपक्ष ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस और मीडिया चैनलों पर छाती पीटने व भावुक बयान देने के बजाय अपनी कथित गालीबाज महिला प्रवक्ताओं पर कार्रवाई करने की मांग की है।
आरोप लगाया गया है कि राजद की महिला प्रवक्ताएं— कंचना यादव उर्फ़ पूतना यादव, सारिका पासवान उर्फ़ ताड़का पासवान और प्रियंका भारती उर्फ़ शूर्पणखा भारती—ने कई शीर्ष नेताओं और उनके परिवारों को अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया।
तेजस्वी यादव पर विपक्ष का हमला
इन प्रवक्ताओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माता, चिराग पासवान की माता, विपक्षी नेताओं की माताओं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद सांभवी चौधरी, सांसद अरुण भारती और मंत्री अशोक चौधरी तक को लेकर अभद्र टिप्पणियाँ करने के आरोप हैं।
तेजस्वी यादव पर विपक्ष का हमला
विपक्ष ने सवाल उठाया है कि तेजस्वी यादव इन प्रवक्ताओं पर कब कानूनी कार्रवाई करेंगे? क्या उन्हें जेल भेजा जाएगा या हमेशा की तरह पर्दे के पीछे से ही राजनीतिक बैटिंग जारी रहेगी?
राजनीति के इस नए विवाद ने बिहार की राजनीति में और अधिक गरमी ला दी है। जनता भी अब यह जानना चाहती है कि क्या गालीबाजी की राजनीति को बढ़ावा मिलेगा या इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।