The Apna Times

नया युग - नया नजरिया

सी.पी. राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति – चुनाव परिणाम 2025

सी.पी. राधाकृष्णन

सी.पी. राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति –

चुनाव परिणाम 2025

परिचय

9 सितंबर 2025 को आयोजित भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव (Vice President Election 2025) का परिणाम घोषित हो गया है। इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रत्याशी सी.पी. राधाकृष्णन (C. P. Radhakrishnan) विजयी हैं। वे 452 मत प्राप्त करके भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बने, जबकि विपक्षी मोर्चे INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सु्दर्शन रेड्डी (B. Sudershan Reddy) को 300 वोट मिले, और 15 वोट अमान्य घोषित किए गए।The Times of IndiaIndiatimes

चुनाव कब और क्यों हुआ?

सी.पी. राधाकृष्णन
सी.पी. राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति

यह चुनाव असामान्य रूप से समय से पहले कराना पड़ा क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2025 में स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इस्तीफा दे दिया था, जबकि उनकी अवधि 2027 तक थी। इसके चलते निर्वाचन आयोग ने संविधान के अनुरूप जल्द से जल्द चुनाव कराने का निर्णय लिया।ReutersThe Economic TimesWikipedia

चुनाव प्रक्रिया और मतदान

चुनाव 9 सितंबर 2025 को संसद भवन में आयोजित किया गया। इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सांसदों ने गुप्त मतदान (secret ballot) के माध्यम से मतदान किया। मतदान सुबह शुरू हुआ, लगभग 98% मतदान दर्ज किया गया, और शाम तक वोटों की गिनती और परिणाम घोषित कर दिया गया।

परिणाम – आंकड़ों का विश्लेषण

  • सी.पी. राधाकृष्णन (NDA): 452 वोट (60.10%)

  • बी. सु्दर्शन रेड्डी (INDIA ब्लॉक): 300 वोट (39.90%)

  • वोटिंग टर्नआउट: लगभग 98.21%

  • जीत का मार्जिन: 152 वोट – यह पिछले दो दशकों में सबसे छोटा अंतर माना जा रहा है।

सी.पी. राधाकृष्णन – व्यक्ति परिचय

नाम: चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन
जन्म: 4 मई 1957, तिरूप्पुर, तमिलनाडुEncyclopedia BritannicaIndia Today

राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव:

  • RSS के स्वयंसेवक के रूप में 1970 के दशक में राजनीतिक जीवन की शुरुआत। 1974 में जनसंघ के राज्य कार्यकारी सदस्य बने।Encyclopedia BritannicaIndia Today

  • 1998 और 1999 में दो बार कोयम्बटूर से लोकसभा सांसद चुने गए।Encyclopedia BritannicaIndia Today

  • तमिलनाडु BJP के राज्य अध्यक्ष (2004–2007), 93 दिनों की 19,000 किलोमीटर की रथ यात्रा के दौरान कई जनहित मांगों को उठाया।India Todaywww.ndtv.comThe Economic Times

  • 2016–2020: Coir Board के अध्यक्ष, जब भारत के नारियल-फाइबर निर्यात में उच्चतम रिकॉर्ड (₹2,532 करोड़) बने।Encyclopedia BritannicaThe Economic Times

  • BJP के केरल प्रभारी (2020–2022)।The Economic Times

  • 18 फरवरी 2023: झारखंड राज्यपाल नियुक्त।

  • इसके बाद अस्थायी रूप से तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उप राज्यपाल (Lieutenant Governor) बने।

  • 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल पद पर कार्यरत।Encyclopedia BritannicaBusiness Standard

उपराष्ट्रपति के पद का महत्व

भारत के संविधान के तहत उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति के बाद दूसरे संवैधानिक पद पर होता है और राज्यसभा के सभापति (Chairperson of Rajya Sabha) के रूप में काम करता है। राष्ट्रपति के अस्थायी रिक्त होने पर उपराष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष का कार्यभार संभालते हैं। हालाँकि, यह पद पारंपरिक रूप से अधिक Ceremonial होता है, जबकि कार्यकारी शक्ति प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल के पास होती है।

राजनीतिक प्रभाव और प्रतिक्रियाएँ

  • इस जीत के साथ NDA ने एक बार फिर संवैधानिक पदों पर अपनी पकड़ मजबूत की है।IndiatimesThe Economic Times

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राधाकृष्णन को बधाई दी और इसे देश के लोकतांत्रिक गर्व का क्षण बताया। उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी शुभकामनाएं दीं।Navbharat Times

  • विपक्ष ने परिणाम को “विचारधारात्मक लड़ाई” के रूप में जारी रखने की प्रतिज्ञा की।The Times of India


निष्कर्ष

भारत के उपराष्ट्रपति निर्वाचन 2025 का परिणाम साफ़ और निर्णायक रहा — NDA के सी.पी. राधाकृष्णन ने स्पष्ट बहुमत के साथ जीत हासिल की। यह चुनाव असाधारण रूप से असमय हुआ, लेकिन सभी प्रक्रियाएँ संविधान के अनुरूप पूरी समय पर पूरी की गईं। राधाकृष्णन का उल्लेखनीय पृष्ठभूमि का अनुभव, विभिन्न संवैधानिक और राजनीतिक भूमिकाओं में उनके प्रदर्शन ने इस जीत की नींव रखीं।

उपराष्ट्रपति के रूप में राधाकृष्णन का कार्यभार नया प्रशासकीय और राजनीतिक अध्याय खोलता है, जिसमें वे राज्यसभा की अध्यक्षता, राष्ट्रपति के अस्थायी कार्यभार संभालना, और संसद में निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करना शामिल होगा।

यदि आप चाहें, तो मैं उपराष्ट्रपति पद से संबंधित अन्य विवरण — जैसे शपथ ग्रहण समारोह, रेज़ोल्यूशन प्रक्रिया, और भविष्य में उनके कार्यकाल की प्रमुख चुनौतियाँ — उपलब्ध कराने में सहायता कर सकता हूँ।