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SEBI प्रमुख की घोषणा के बाद MCX शेयरों में 5% की तेजी

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SEBI प्रमुख की घोषणा के बाद MCX शेयरों में 5% की तेजी

SEBI चेयरमैन तूषण कांता पांडेय के कमोडिटी डेरिवेटिव्स को पुनर्जीवित करने के संकेत के बाद MCX के शेयरों में 5% की जोरदार बढ़त।

MCX कार्यक्रम में बोलते हुए SEBI अध्यक्ष ने कहा कि कमोडिटी सेगमेंट की वॉल्यूम ग्रोथ में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए एक वर्किंग ग्रुप बनाने की योजना है।

प्रमुख कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज MCX के शेयरों में 5% की तेज़ी दर्ज की गई है। यह उछाल बाजार नियामक SEBI के चेयरमैन तूषण कांता पांडेय की टिप्पणियों के बाद देखने को मिला, जिन्होंने MCX मेटल्स समिट 2025 के दौरान कहा कि एग्री और नॉन-एग्री कमोडिटी सेगमेंट की वॉल्यूम ग्रोथ में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए एक वर्किंग ग्रुप बनाने की योजना है।

SEBI की पहल से MCX के शेयरों में उछाल: कमोडिटी बाजार में सुधार की ओर बड़ा कदम

? चरण 1: MCX मेटल्स समिट 2025 में बड़ी घोषणा

SEBI के चेयरमैन तूषण कांता पांडेय ने MCX मेटल्स समिट 2025 में कहा कि कमोडिटी डेरिवेटिव्स बाजार की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नियामक सक्रिय रूप से कदम उठा रहा है।

? चरण 2: एग्री और नॉन-एग्री सेगमेंट के लिए कार्य समूह बनाए जाएंगे

बाजार में मौजूद रुकावटों और कम कारोबार की समस्या को दूर करने के लिए SEBI एग्री और नॉन-एग्री कमोडिटी क्षेत्रों में अलग-अलग वर्किंग ग्रुप बनाएगा। इसका उद्देश्य है इन क्षेत्रों में निवेश और भागीदारी को बढ़ाना।

? चरण 3: MCX के शेयरों में 5% की तेज़ी

SEBI चेयरमैन के इस ऐलान के तुरंत बाद MCX के शेयरों में लगभग 5% की उछाल देखी गई। निवेशकों ने इसे बाजार के लिए सकारात्मक संकेत माना।

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? चरण 4: संस्थागत निवेशकों के लिए नए रास्ते खुलेंगे

SEBI मानता है कि यदि बैंकों, बीमा कंपनियों, पेंशन फंड्स और अन्य बड़े संस्थागत निवेशकों को कमोडिटी बाजार में भाग लेने दिया जाए, तो इससे तरलता बढ़ेगी और बाजार अधिक स्थिर व भरोसेमंद बनेगा।

? चरण 5: विदेशी निवेशकों को दी जा सकती है इजाज़त

SEBI इस पर भी विचार कर रहा है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) को गैर-कैश और गैर-कृषि आधारित कमोडिटी डेरिवेटिव्स में व्यापार की अनुमति दी जाए।

? चरण 6: सरकार के साथ समन्वय की तैयारी

बाजार की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए SEBI सरकार के साथ मिलकर नीति स्तर पर बदलाव लाने की योजना बना रहा है। इसमें बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों की भागीदारी शामिल होगी।

? चरण 7: पहले से चल रही योजनाओं का विस्तार

SEBI पहले ही कृषि आधारित कमोडिटी ट्रेडिंग को पुनर्जीवित करने के लिए एक समिति बना चुका है। अब यह प्रयास नॉन-एग्री क्षेत्रों जैसे मेटल्स तक विस्तारित किया जा रहा है।

❓ MCX क्या है और इसका काम क्या होता है?

उत्तर: MCX (Multi Commodity Exchange) भारत का प्रमुख कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज है, जहां सोना, चांदी, क्रूड ऑयल, तांबा आदि जैसे वस्तुओं के भविष्य के सौदे (फ्यूचर्स) किए जाते हैं।

❓ SEBI कमोडिटी बाजार में क्या भूमिका निभाता है?

उत्तर: SEBI कमोडिटी बाजार को रेगुलेट करता है। यह नियम बनाता है ताकि व्यापार पारदर्शी, सुरक्षित और निवेशकों के हित में हो।

❓ संस्थागत निवेशक कौन होते हैं?

उत्तर: संस्थागत निवेशक वे बड़े वित्तीय संस्थान होते हैं जैसे बैंक, बीमा कंपनियां, म्युचुअल फंड और पेंशन फंड्स, जो बड़े पैमाने पर निवेश करते हैं।

❓ क्या विदेशी निवेशक (FPI) भारत के कमोडिटी बाजार में निवेश कर सकते हैं?

उत्तर: अभी सीमित अनुमति है, लेकिन SEBI इस पर विचार कर रहा है कि गैर-कैश, गैर-कृषि आधारित कमोडिटी डेरिवेटिव्स में FPIs को निवेश की अनुमति दी जाए।

❓ SEBI के नए कदमों से आम निवेशक को क्या फायदा होगा?

उत्तर: बाजार में तरलता और पारदर्शिता बढ़ने से कीमतों में स्थिरता आएगी और आम निवेशकों के लिए जोखिम कम होगा।

प्रश्न (Question) उत्तर (Answer)
MCX क्या है और इसका काम क्या होता है? MCX भारत का प्रमुख कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज है, जहां सोना, चांदी, क्रूड ऑयल जैसे वस्तुओं के फ्यूचर्स ट्रेड होते हैं।
SEBI कमोडिटी बाजार में क्या भूमिका निभाता है? SEBI कमोडिटी बाजार को रेगुलेट करता है ताकि व्यापार सुरक्षित, पारदर्शी और निवेशकों के हित में हो।
संस्थागत निवेशक कौन होते हैं? बैंक, बीमा कंपनियां, म्युचुअल फंड और पेंशन फंड जैसे बड़े वित्तीय संस्थान संस्थागत निवेशक होते हैं।
क्या विदेशी निवेशक (FPI) कमोडिटी बाजार में निवेश कर सकते हैं? फिलहाल सीमित अनुमति है, पर SEBI गैर-कैश, गैर-कृषि कमोडिटी डेरिवेटिव्स में FPIs को निवेश की अनुमति देने पर विचार कर रहा है।
SEBI के नए कदमों से आम निवेशक को क्या फायदा होगा? बाजार में तरलता और पारदर्शिता बढ़ेगी, जिससे कीमतों में स्थिरता आएगी और निवेशकों के लिए जोखिम कम होगा।